Sunday, April 23, 2023

Lost pic with my mother 2005:

उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो ।
न जाने किस गली में ज़िंदगी की शाम हो जाए ।।
- वशीर बद्र

मां,
आज आपकी यादों के उजाले के साये में रहते हुए 17 वर्ष बीत गये पर ऐसा लगता है जैसे अभी कल ही गयी हों ।

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