रेल दुर्घटना में बाल बाल बचा और आज फिर कानपुर में एक नई दुर्घटना क्या सरकार के लिए लोगों के जीवन का कोई मूल्य नहीं ???
14 अगस्त को मैं ट्रेन न० 09063 वापी - दानापुर एक्सप्रेस से वडोदरा से प्रयागराज आ रहा था ।
दमोह (कटनी के पास) में मेरी ट्रेन के सामने से आने वाली एक मालगाड़ी के 8 डिब्बे अचानक से पलट गए, सारा मालवा मेरे ट्रैक पर फैल गया और ट्रेन के परखच्चे उड़ गए ।
मेरी ट्रेन उसमे टकराते टकराते बची, ब्रेक लगते लगते भी दोनो के एक दूसरे के सामने आ ही गईं, एक भयानक हादसे से हम सब लोग बाल बाल बच गए ।
काफी देर बाद दूसरा इंजन आया तो तो 10 घंटे अतिरिक्त देरी से प्रयागराज पहुंच पाया, रात में 12 बजे पहुंचना था सुबह के 10 बजे पहुंच पाया, पर आप सभी के आशीर्वाद एवम दुवाओं से जीवन बच गया ।
आज फिर कानपुर में एक नया हादसा.....
पता नही क्या हो रहा भारतीय रेलवे मे हर सप्ताह कहीं न कहीं दुर्घटना होती रहती है...
अब तो ट्रेन में बैठने से भी डर लगने लगा है ।
क्या लोगों के जीवन का कोई मूल्य नहीं भारतीय रेलवे के लिए ??????
~अजय
https://youtu.be/366smuvI0bo?si=J_U3GXydlbIrdX7g
https://youtu.be/UpZOjMc2Q3Q?si=qXWMHlj7PqkJVNUO
https://www.youtube.com/live/66CE658Wlr8?si=YpqmpOj75H00TyFq